Operation Sindoor : भारत की सीमा पार आतंकवाद पर सर्जिकल स्ट्राइक का निर्णायक जवाब

Operation Sindoor
Operation Sindoor भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 7 मई 2025 को बिलकुल सुबह में किया गया एक सटीक सैन्य हमला था, जिसने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (POK) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। यह हमला 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम आतंकी हमले का जवाब था, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे, जिनमें नवविवाहित पुरुषों को उनकी धार्मिक पहचान के आधार पर निशाना बनाया गया था। यह ऑपरेशन भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना द्वारा संयुक्त रूप से किया गया, जो 1971 के युद्ध के बाद पहली बार तीनों सेनाओं का पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा सहयोग था।
Operation Sindoor : मुख्य विवरण
- उद्देश्य: जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी समूहों के ठिकानों को नष्ट करना, जो भारत के खिलाफ हमलों की योजना बना रहे थे। इसमें JeM का बहावलपुर मुख्यालय और LeT का मुरिदके आधार शामिल था।
- कार्यवाही: ऑपरेशन में सटीक हथियारों का उपयोग किया गया, जैसे कि बियॉन्ड-विजुअल-रेंज और स्टैंडऑफ क्रूज मिसाइलें, ताकि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों को नुकसान न पहुंचे और तनाव बढ़ने से बचा जाए। रक्षा मंत्रालय ने इसे “केंद्रित, संयमित और मापा हुआ” हमला बताया।
- स्थान: नौ ठिकानों को निशाना बनाया गया, जिनमें मार्कज सुभान अल्लाह (बहावलपुर, JeM), मार्कज तैबा (मुरिदके, LeT), और गुलपुर, भिंबर, चक अमरू, बाग, कोटली, सियालकोट, और मुजफ्फराबाद के ठिकाने शामिल थे।
- नाम का महत्व: “सिन्दूर” हिंदू संस्कृति में विवाहित महिलाओं के लिए पवित्र प्रतीक है, जो उनके पति के जीवित होने का संकेत देता है, और योद्धाओं के तिलक के रूप में भी प्रयोग होता है। यह नाम पहलगाम हमले के पीड़ितों, खासकर नवविवाहित पुरुषों की विधवाओं जैसे हिमांशी नरवाल के दुख को दर्शाता है, और भारत की आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता को रेखांकित करता है।

- नेतृत्व: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रातभर ऑपरेशन की निगरानी की, सशस्त्र बलों को लक्ष्य, समय और तरीके चुनने की पूरी स्वतंत्रता दी। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल ने रणनीति का नेतृत्व किया और हमले के बाद अमेरिकी एनएसए मार्को रुबियो सहित अंतरराष्ट्रीय समकक्षों को जानकारी दी।
- प्रभाव: भारतीय सेना ने “न्याय हो गया। जय हिंद!” का नारा दिया, सभी लक्ष्य सफलतापूर्वक नष्ट किए गए। पाकिस्तान ने नागरिक हताहतों (तीन से नौ मौतें, अलग-अलग दावों के अनुसार) की बात कही और हमलों को “युद्ध की कार्रवाई” बताकर निंदा की, यह दावा करते हुए कि बहावलपुर में मस्जिद जैसे नागरिक क्षेत्रों पर हमला हुआ। भारत ने इन दावों को खारिज किया, कहा कि केवल आतंकी ठिकाने निशाना थे। जवाब में पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर युद्धविराम का उल्लंघन किया, जिससे जम्मू-कश्मीर में नागरिक हताहत हुए।
- परिणाम: भारत और पाकिस्तान के उत्तरी हिस्सों में हवाई क्षेत्र अस्थायी रूप से बंद किए गए, जिससे वाणिज्यिक उड़ानें प्रभावित हुईं। जम्मू, पुंछ और राजौरी जैसे सीमावर्ती जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद किए गए, और भारत ने हवाई रक्षा इकाइयों को सक्रिय किया। वैश्विक शक्तियों के साथ राजनयिक ब्रीफिंग हुई, और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने बंद कमरे में चर्चा की, जिसमें तनाव कम करने की अपील की गई।

सांस्कृतिक और रणनीतिक संदेश:
“Operation Sindoor” का नाम जानबूझकर चुना गया, जो पहलगाम हमले की मानवीय नुकसान और भारत की योद्धा भावना को दर्शाता है। यह विधवाओं के सिन्दूर के नुकसान और आतंकवाद के खिलाफ भारत की सांस्कृतिक रूप से निहित प्रतिक्रिया को उजागर करता है। ऑपरेशन की सटीकता और संयम के लिए देश में प्रशंसा हुई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कांग्रेस के जयराम रमेश जैसे नेताओं ने समर्थन दिया, जबकि पाकिस्तान के आतंकवाद से इनकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना मिली।

Source
- India Today, May 7, 2025
- The Times of India, May 7, 2025
- The Hindu, May 7, 2025
- Hindustan Times, May 7, 2025
- NDTV, May 7, 2025
- Deccan Herald, May 7, 2025
- ANI and PTI posts on X, May 7, 2025

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यह ऑपरेशन भारत की सीमा-पार आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाता है, साथ ही क्षेत्रीय तनावों को संभालने की जटिलता को भी उजागर करता है। राजनयिक और सैन्य घटनाक्रमों के भविष्य में इसके परिणामों को आकार देने की उम्मीद है।