Noida Dowry Case 2025 : नोएडा में दहेज हिंसा के कारण निक्की की क्रूर हत्या, एक दुखद कहानी

Noida Dowry Case
Noida Dowry Case : 21 अगस्त 2025 को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। 28 वर्षीय निक्की भाटी की कथित तौर पर उनके पति और ससुराल वालों द्वारा दहेज के लिए प्रताड़ित करने के बाद जलाकर हत्या कर दी गई। इस मामले ने न केवल दहेज प्रथा की क्रूरता को उजागर किया, बल्कि समाज में महिलाओं के खिलाफ हिंसा और व्यवस्थागत खामियों को भी सामने लाया। यह ब्लॉग इस घटना के विवरण, पुलिस कार्रवाई, सामाजिक प्रतिक्रिया और दहेज हिंसा के व्यापक मुद्दे पर प्रकाश डालता है।
Noida Dowry Case : घटना का विवरण
Noida Dowry Case : निक्की भाटी, जो 2016 में विपिन भाटी से शादी के बंधन में बंधी थीं, को उनके ससुराल में लंबे समय से दहेज के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। उनके पिता, भिखारी सिंह पायला, ने बताया कि शादी के समय ससुराल वालों ने स्कॉर्पियो गाड़ी, बुलेट मोटरसाइकिल और सोने के गहनों की मांग की थी, जो उनके परिवार ने पूरी की थी। इसके बावजूद, ससुराल वालों ने 36 लाख रुपये नकद और एक लग्जरी कार की मांग शुरू कर दी। निक्की की बहन कंचन, जो विपिन के भाई रोहित से शादीशुदा है, ने भी इस बात की पुष्टि की कि दोनों बहनों को ससुराल में लगातार प्रताड़ना का सामना करना पड़ता था।

Noida Dowry Case : 21 अगस्त को यह हिंसा अपने चरम पर पहुंच गई। कंचन के अनुसार, निक्की को उनके पति विपिन ने पहले बेरहमी से पीटा, फिर उन पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगा दी। इस क्रूर घटना का गवाह निक्की का सात साल का बेटा भी बना, जिसने पुलिस को बताया कि “मम्मा के ऊपर कुछ डाला, फिर थप्पड़ मारा, और फिर लाइटर से आग लगा दी।” कंचन ने इस घटना के दो वीडियो रिकॉर्ड किए, जिनमें से एक में विपिन को निक्की के बाल खींचते हुए और दूसरा वीडियो में निक्की को आग की लपटों में सीढ़ियों से नीचे गिरते हुए दिखाया गया। ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए, जिससे पूरे देश में आक्रोश फैल गया।
निक्की को तुरंत नोएडा के एक अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें दिल्ली के एक अन्य अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन 70 प्रतिशत से अधिक जलने के कारण उनकी मृत्यु हो गई।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
Noida Dowry Case : इस मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है:
- विपिन भाटी: निक्की के पति और मुख्य आरोपी, जिन्हें 23 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। रविवार को सबूत इकट्ठा करने के लिए उन्हें घटनास्थल पर ले जाया गया था, जहां उन्होंने एक सब-इंस्पेक्टर की पिस्तौल छीनकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उनकी टांग में गोली मार दी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। विपिन ने बयान दिया कि उन्हें कोई पछतावा नहीं है और दावा किया कि निक्की ने “खुद को मार लिया।” हालांकि, पुलिस पूछताछ में उन्होंने स्वीकार किया कि निक्की के इंस्टाग्राम रील्स और ब्यूटी पार्लर दोबारा खोलने की योजना को लेकर उनके बीच विवाद हुआ था।
- दयावती भाटी: विपिन की मां और निक्की की सास, जिन्हें 24 अगस्त को गिरफ्तार किया गया। कंचन ने आरोप लगाया कि दयावती ने विपिन को मिट्टी का तेल की बोतल दी थी, जिसका इस्तेमाल निक्की को जलाने में किया गया।
- रोहित भाटी: निक्की के देवर और कंचन के पति, जिन्हें 25 अगस्त को सिरसा टोल चौराहे के पास गिरफ्तार किया गया। वह घटना के बाद से फरार थे।
- सत्यवीर भाटी: निक्की के ससुर, जिन्हें भी 25 अगस्त को गिरफ्तार किया गया।
सभी आरोपियों के खिलाफ कासना पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 103(1) (हत्या), 115(2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), और 61(2) (आजीवन कारावास या अन्य अपराधों के प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। सभी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
Noida Dowry Case : इस घटना ने समाज और राजनीतिक हलकों में व्यापक आक्रोश पैदा किया है। राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया और उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक से त्वरित कार्रवाई और तीन दिनों के भीतर विस्तृत रिपोर्ट की मांग की। आयोग की अध्यक्ष ने गवाहों और पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
एक प्रमुख राजनीतिक दल की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने इस हत्या की कड़ी निंदा की और कहा कि इस तरह के अपराधों के लिए कठोरतम सजा होनी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के लिए कानून मौजूद हैं, लेकिन उनका कार्यान्वयन कमजोर है।
निक्की के पिता ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि आरोपियों का एनकाउंटर किया जाए और उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी को जलाकर मार डाला गया। ये लोग इंसान नहीं, हैवान हैं।”
दहेज हिंसा: एक सामाजिक कलंक
Noida Dowry Case : निक्की की हत्या दहेज प्रथा की क्रूरता का एक और उदाहरण है, जो भारत में आज भी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। यह प्रथा न केवल महिलाओं के खिलाफ हिंसा को बढ़ावा देती है, बल्कि सामाजिक और आर्थिक असमानता को भी गहरा करती है। इस मामले ने एक बार फिर यह सवाल उठाया है कि दहेज के खिलाफ मौजूदा कानूनों का कितना प्रभावी ढंग से पालन हो रहा है और क्या ये कानून वास्तव में पीड़ितों को न्याय दिलाने में सक्षम हैं।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के मामले व्यवस्थागत खामियों को उजागर करते हैं, जहां दहेज हिंसा को रोकने के लिए समय पर हस्तक्षेप नहीं हो पाता। निक्की के मामले में, उनके परिवार ने बताया कि वह पहले भी कई बार हिंसा का शिकार हुई थीं और छह महीने पहले अपने मायके चली गई थीं, लेकिन सामाजिक दबाव के कारण उन्हें ससुराल वापस जाना पड़ा।

Noida Dowry Case : निक्की भाटी की हत्या एक दुखद अनुस्मारक है कि दहेज प्रथा और महिलाओं के खिलाफ हिंसा आज भी हमारे समाज में गहरे जड़ें जमाए हुए है। इस घटना ने न केवल एक परिवार को तोड़ दिया, बल्कि समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि हमारी प्रणाली में कहां कमी है। यह जरूरी है कि सरकार और समाज मिलकर दहेज प्रथा को जड़ से खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए। साथ ही, महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूकता और शिक्षा पर जोर देना होगा।
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Noida Dowry Case : निक्की के लिए न्याय की मांग सिर्फ उनके परिवार की नहीं, बल्कि हर उस महिला की आवाज है जो इस सामाजिक बुराई का शिकार हो रही है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों और निक्की जैसे पीड़ितों को सही मायने में न्याय मिले।