Haryana Jammu and Kashmir चुनाव परिणाम: हरियाणा में BJP और जम्मू कश्मीर में Congress-NC
Haryana Jammu and Kashmir के चुनाव परिणाम 2019 में बेहद दिलचस्प रहे इन दोनों राज्यों ने अलग-अलग पार्टियों के अपनी पकड़ मजबूत की, और यह चुनाव परिणाम भविष्य में राजनीति के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आए हरियाणा में BJP ने जहां बेहतर प्रदर्शन किया वहीं Jammu and Kashmir में Congress NC का गठबंधन प्रमुख रहा।
Haryana में भाजपा का प्रदर्शन
2019 के हरियाणा Assembly Election में BJP ने अपेक्षा से बेहतर प्रदर्शन किया, राज्य में कुल 90 सीटों पर हुए चुनाव में बीजेपी ने कुल 40 सिट मिला जो सरकार बनाने के लिए आवश्यक 46 सीटों से कुछ काम थी। हालांकि BJP ने पहले से ही अपने गठबंधन सहयोग JJP के साथ मिलकर सरकार बनाई JJP के 10 सिट जीतने के बाद दोनों पार्टियों ने मिलकर गठबंधन सरकार बनाई है।
BJP का Main Focus था mission 75+ लेकिन वह इस लक्ष्य को पूरा न कर सके। बावजूद इसके 2019 के लोकसभा चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद BJP का प्रदर्शन राज्य में काफी संतोषजनक रहा, BJP ने अपने चुनावी अभियान के दौरान राष्ट्रीय मुद्दों जैसे धारा 370 की समाप्ति surgical strike और PM Narendra Modi की लोकप्रियता पर जोर दिया।
Congress की चुनौतियां
Haryana Jammu and Kashmir: Congress पार्टी ने Haryana में BJP को कड़ी टक्कर दी कांग्रेस के नेतृत्व में राज्य में चुनावी माहौल काफी रोचक रहा Bhupinder Singh Hooda ने कांग्रेस के प्रचार की कामना संभाली थी और पार्टी को मजबूत बनाने की कोशिश की कांग्रेस को 31 सिट मिला जो पिछली बार की तुलना में बहुत ही बेहतर प्रदर्शन रहा, लेकिन पार्टी सरकार बनाने के लिए आवश्यक सिटे नहीं जुटा पाई।
Haryana में कांग्रेस प्रमुख मुद्दा यह था बेरोजगारी,किसन संकट और कानून व्यवस्था।Bhupinder Singh Hooda ने किसानों और जाट समुदाय की मांगों पर जोर दिया लेकिन कांग्रेस को आपसी कलह और leadership की कमी के कारण चुनाव में थोड़ा नुकसान हुआ इसके बावजूद Congress का प्रदर्शन बहुत ही सराहनीय था और और पार्टी राज्य की राजनीति में एक प्रमुख विपक्ष के रूप में उभर रही है।
Haryana Jammu Kashmir में कांग्रेस एनसी का प्रभाव
Haryana Jammu Kashmir जम्मू कश्मीर में 2019 के चुनाव नतीजे ने कांग्रेस और एनसी को प्रमुख रूप से उभरते हुए देखा है इन चुनाव के दौरान राज्य में अनुच्छेद 370 हटाए जाने का मुद्दा गर्मी हुआ था और इस मुद्दे ने चुनावी समीकरणों को काफी हद तक प्रभावित किया है कांग्रेस और एनसी का गठबंधन राज्य में जनता के बीच एक सशक्त विकल्प के रूप में उभरता हुआ दिखा अनुच्छेद 370 की समाप्ति के बाद कई लोग BJP के खिलाफ थे और इस माहौल का फायदा कांग्रेस और एनसी ने उठाया, Farooq Abdullah और उनके बेटे Amar Abdullah 370 की बहाली और Jammu Kashmir की विशेष स्थिति को मुख्य मुद्दा बनाया उनकी एक रणनीति ने उन्हें घाटी में बड़ी जीत दिलाई है।
Haryana Jammu Kashmir के चुनाव परिणाम National Politics में भी खास मायने रखते हैं, Haryana में BJP का फिर से सत्ता में आना राज्य में और स्थिरता लाने का संकेत देती है।लेकिन यह भी साफ है कि BJP को अब अधिक ध्यान राज्य के स्थानीय मुद्दों पर देना होगा जैसे बेरोजगारी और किसानकी समस्याएं, दूसरी ओर Jammu and Kashmir के चुनाव परिणामों ने यह साफ कर दिया है की धारा 370 का मुद्दा अभी भी राज्य की Politics में महत्वपूर्ण है Congress-NC का गठबंधन जनता की नवस को पहचानने में सफल रहा और यह देखना दिलचस्प होगा कि central government के साथ इनका रिश्ता किस दिशा में ले जाता है।
आने वाले समय में, इन चुनाव के परिणाम के आधार पर BJP और Congress जैसी बड़ी पार्टीयो के रणनीतियों में बदलाव करेगी, जिसमें आगामी चुनाव में और भी दिलचस्प नतीजे देखने को मिलेंगे।
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