Premanand ji maharaj news and health update : भक्ति का अमर प्रकाश, चुनौतियों से ऊपर उठती प्रेरणा

Premanand ji maharaj news
Premanand ji maharaj news : राधे राधे! वृंदावन की पावन धरा पर बसी वह भक्ति की ज्योति, जो अंधेरे को चीरकर हृदयों में बस जाती है – यही हैं श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज। इन संतों का नाम लेते ही मन में शांति उतर आती है। हाल के दिनों में उनके स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाहों का बाजार गर्म रहा, लेकिन आश्रम की स्पष्टता ने सबको राहत दी। साथ ही, युवा स्टार एल्विश यादव का भावुक दर्शन और गुरु शरणानंद महाराज जी के साथ का प्यार भरा मिलन भक्ति की सच्ची ताकत दिखाता है। इस ब्लॉग में हम इन घटनाओं को छूएंगे और महाराज जी के संदेशों से जीवन की सीख लेंगे।
Premanand ji maharaj news : स्वास्थ्य की खबर
पिछले हफ्ते वायरल वीडियो ने भक्तों को व्याकुल कर दिया। महाराज जी की सूजी आँखें, कमजोर सी दिखती मुस्कान और धीमी आवाज़ ने बीमारी और अस्पताल की बातें चला दीं। लेकिन ८ अक्टूबर २०२५ को आश्रम ने साफ कहा – सब ठीक है। ये वीडियो पुराने हैं या संपादित, और महाराज जी अपने सत्संग व दर्शन बिना रुके चला रहे हैं।
किडनी की हल्की परेशानी से रात्रि पादयात्रा थोड़े समय के लिए रुकी है, जो महज सावधानी है। आश्रम ने चेतावनी दी कि झूठी अफवाहें फैलाने वालों पर कार्रवाई हो सकती है। महाराज जी का एक कथन याद आता है: “शरीर तो मिट्टी का पुतला, राधा नाम ही अमर औषधि।” यह हमें बताता है कि भक्ति ही असली ताकत है, चिंता नहीं।

एल्विश यादव का दर्शन: युवा हृदयों में भक्ति की लहर
9 अक्टूबर 2025 का दिन खास रहा, जब बिग Bigboss OTT 2 के स्टार एल्विश यादव आश्रम पहुँचे। महाराज जी के चरणों में गिरकर उन्होंने आशीर्वाद लिया और वादा किया – रोज़ 10,000 बार नाम जपेंगे। वीडियो में उनके आँसू और काँपती आवाज़ देखकर लगता है, जैसे भक्ति ने ग्लैमर की दीवार तोड़ दी।
एल्विश ने कहा, “महाराज जी की दया से सब बदल गया।” यह घटना साबित करती है कि भक्ति उम्र या प्रसिद्धि नहीं देखती। युवाओं के लिए यह एक बड़ा संदेश है – दुनिया की चकाचौंध में भी राधा नाम की शरण में शांति मिलती है।

गुरु-शिष्य प्रेम: विनम्रता का अनमोल दृश्य
एक और हृदयस्पर्शी पल था, जब गुरु शरणानंद महाराज जी दर्शन को आए। प्रेमानंद जी बच्चों की तरह खुश हो उठे। साष्टांग प्रणाम कर उन्होंने गुरु जी के चरण धोए। शिष्यों की किडनी दान की बात पर महाराज जी ने मुस्कुराते हुए कहा, “श्री जी की कृपा से ये किडनियाँ चलेंगी। फेल होने का वक्त आएगा तो नई भी न चले।”
यह मिलन सनातन परंपरा की याद दिलाता है, जहाँ गुरु के सामने सिर झुकाना ही सबसे बड़ा सम्मान है। अहंकार त्यागकर विनम्रता अपनाना – यही भक्ति का मूल मंत्र है।

सत्संगों की निरंतरता: जीवन का मार्गदर्शन
इन सबके बीच महाराज जी के सत्संग रुके नहीं। हाल के एक प्रवचन में उन्होंने संदेहों से लड़ने और क्षमा की महत्ता बताई। “विश्वास ही भक्ति का द्वार खोलता है,” उनका यह संदेश हर भक्त के मन में बस जाता है। ये प्रवचन भक्ति की गहराई समझाते हैं, जो जीवन की हर समस्या सुलझा देते हैं।
Also Read This : Karwa Chauth 2025 : प्रेम और समर्पण का पर्व
अंत में: राधा नाम की जय
Premanand ji maharaj news : प्रिय मित्रों, प्रेमानंद जी महाराज की ये कहानियाँ सिखाती हैं कि मुश्किलें आती-जाती रहेंगी, लेकिन भक्ति अटल रहती है। नाम जपें, प्रेम बाँटें। यदि मौका मिले, तो वृंदावन जाकर दर्शन करें। राधे राधे!
अपने विचार कमेंट्स में बताएँ। जय श्री राधे-कृष्ण!