योगी के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ का लोकार्पण, पीएम मोदी ने विरोेधियों को बताया ‘रेड अलर्ट’
गोरखपुर। गोरखपुर जिले के विकास के सफर में एक नया अध्याय जुड़ गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 हजार करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट खाद कारखाना, एम्स और बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) का लोकार्पण किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों फर्टिलाइजर कैंपस में 8603 करोड़ रुपये की हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) खाद कारखाने 1000 करोड़ रुपये की अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) और 36 करोड की लागत से बने बीआरडी मेडिकल कालेज में इंसेफेलाइटिस जांच रीजनल मेडिकल रीसर्च सेंटर का लोकार्पण किया गया। पूर्वी उत्तर प्रदेश की जनता की तरफ से खाद कारखाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संघर्ष से 22 जुलाई 2016 को गोरखपुर में एचयूआरएल के खाद कारखाने का शिलान्यास कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संघर्ष को परिणामजन्य बनाया था। करीब 600 एकड़ में 8603 करोड़ रुपये की लागत से खाद कारखाना तमाम खूबियों के साथ बनकर तैयार किया गया है।
प्राक्रतिक गैस आधारित प्लांट में प्रतिवर्ष 12.7 लाख मीट्रिक टन नीम कोटेड यूरिया का उत्पादन होगा। इस मौके पर पीएम मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ सांसद गोरखपुर रवि किशन, राम त्रिपाठी देवरिया सांसद, कमलेश पासवान, हरीश द्विवेदी, पंकज चौधरी, सूर्य प्रकाश , स्वामी प्रसाद मौर्य, जयप्रकाश निषाद, संजय निषाद, अनसूया पटेल, प्रवीण निषाद, समाजसेवी इंजीनियर गिरजेश भास्कर, श्री राम प्रधान, चंद्रहास, रामनाथ यादव गुलाब तिवारी जैसी हस्तियां मौजूद रहीं।
निवेशक दिल खोलकर कर रहे निवेश
प्रधानमंत्री ने कहा, आज हमारी सरकार ने सरकारी गोदाम गरीबों के लिए खोल दिए हैं और योगी जी हर घर अन्न पहुंचाने में जुटे हैं. इसका लाभ यूपी के लगभग 15 करोड़ लोगों को हो रहा है. हाल ही में पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को, होली से आगे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. उन्होंने कहा, पहले की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षण देकर यूपी का नाम बदनाम कर दिया था. आज माफिया जेल में हैं और निवेशक दिल खोल कर यूपी में निवेश कर रहे हैं. यही डबल इंजन का डबल विकास है. इसलिए डबल इंजन की सरकार पर यूपी को विश्वास है.
लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब
पीएम मोदी ने कहा, आज पूरा यूपी भली-भांती जानता है कि लाल टोपी वालों को लाल बत्ती से मतलब रहा है, आपकी दुख-तकलीफों से नहीं. लाल टोपी वालों को सत्ता चाहिए, घोटालों के लिए, अपनी तिजोरी भरने के लिए, अवैध कब्जों के लिए और माफियाओं को खुली छूट देने के लिए. उन्होंने कहा कि लाल टोपी वालों को सरकार बनानी है, आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने के लिए और आतंकियों को जेल से छुड़ाने के लिए. और इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानि खतरे की घंटी.
गोरखपुर से संदीप गुप्ता की रिपोर्ट