फ्लाइट की Seat 11A : क्यों है यह इतनी चर्चा में?

फ्लाइट बुक करते समय सीट चुनना किसी जुए जैसा लग सकता है। खिड़की वाली सीट लें या गलियारे वाली? आगे बैठें या पीछे? लेकिन एक Seat 11A, ने कुछ खास वजहों से लोगों का ध्यान खींचा है। कुछ लोग इसे बिल्कुल पसंद नहीं करते, तो कुछ की जान इसी सीट ने बचाई। आखिर क्या है इस सीट का राज? आइए जानते हैं कि 11A क्यों है इतनी खास और विवादास्पद।
लोग सीट 11A से क्यों कतराते हैं?
ज़्यादातर यात्रियों के लिए 11A कोई आरामदायक सीट नहीं है। ये हैं कुछ कारण जिनकी वजह से लोग इसे आखिरी विकल्प मानते हैं:
- खिड़की का न होना: सोचिए, आपने खिड़की वाली सीट बुक की और वहां पहुंचकर दीवार दिखे! कुछ विमानों, जैसे बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर में, 11A के पास एयर कंडीशनिंग डक्ट होते हैं, जिसके चलते वहां खिड़की या तो होती ही नहीं या बहुत छोटी होती है। जो लोग बाहर का नज़ारा देखना पसंद करते हैं, उनके लिए ये बड़ा झटका है।
- आपातकालीन ज़िम्मेदारी: 11A अक्सर आपातकालीन निकास (Emergency Exit) के पास होती है। यह सुनने में अच्छा लग सकता है, लेकिन इसके साथ एक ज़िम्मेदारी भी आती है। आपात स्थिति में आपको मदद करनी पड़ सकती है, जो हर किसी को पसंद नहीं। खासकर लंबी उड़ान में जब आप बस सोना चाहते हों।
- कम आराम: आपातकालीन निकास के पास होने की वजह से इस सीट को पूरी तरह झुकाया (recline) नहीं जा सकता। साथ ही, इकोनॉमी क्लास में इसकी जगह ऐसी होती है कि न तो आप जल्दी उतर सकते हैं, न ही पीछे की भीड़ में शामिल हो सकते हैं।
- शोर और ठंड: 11A के पास एसी डक्ट या इंजन की वजह से शोर ज़्यादा हो सकता है। ऊपर से ठंडी हवा का झोंका आपको कंबल में लपेटे रहने पर मजबूर कर सकता है।

इन सब वजहों से 11A उन यात्रियों की पसंद नहीं, जो आराम और खूबसूरत नज़ारे चाहते हैं। लेकिन इस सीट की कहानी यहीं खत्म नहीं होती—इसका एक और पहलू है, जो काफी रोमांचक है।
Seat 11A का चमत्कार: एकमात्र बचे यात्री की कहानी
12 जून 2025 को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 (बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर) दुर्घटनाग्रस्त हो गई। 242 यात्रियों में से सिर्फ एक शख्स ज़िंदा बचा—विश्वास कुमार रमेश, जो 11A पर बैठे थे। 32 साल के इंजीनियर विश्वास ने बताया कि हादसे के बाद वे मलबे से रेंगकर बाहर निकले और एम्बुलेंस तक पहुंचे। उनकी जान बचने ने Seat 11A को सुर्खियों में ला दिया। क्या इस सीट की आपातकालीन निकास के पास वाली जगह ने उनकी जान बचाई?

मज़ेदार बात ये है कि ये पहली बार नहीं जब 11A चर्चा में आई। 1998 में थाई एयरवेज़ के एक हादसे में भी रुआंगसाक लोयचुसाक, जो 11A पर बैठे थे, अकेले बचे थे। संयोग? शायद। लेकिन 11A का आपातकालीन निकास के पास होना इसे हादसे में बाहर निकलने का बेहतर मौका दे सकता है।
Seat 11A : अभिशाप या वरदान?
इन हादसों की कहानियों ने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है। कुछ लोग Seat 11A को “लकी” सीट मानते हैं, तो कुछ इसे असुविधाजनक समझकर बचते हैं। लेकिन एविएशन विशेषज्ञ सावधान करते हैं कि इन कहानियों को ज़्यादा तवज्जो न दें। हर हादसा अलग होता है, और कोई एक सीट हमेशा सुरक्षित नहीं होती। विमान का प्रकार, हादसे की प्रकृति, और कई बार महज़ किस्मत ही ज़्यादा मायने रखती है।
फिर भी, Seat 11A के “जान बचाने” वाले किस्से इसे रहस्यमयी बनाते हैं। जहां कुछ यात्री इसे सुविधा की कमी की वजह से नापसंद करते हैं, वहीं दूसरों को लगता है कि शायद यही सीट मुसीबत में काम आए।

क्या आपको 11A बुक करनी चाहिए?
अगर आप अगली फ्लाइट के लिए 11A बुक करने की सोच रहे हैं, तो ये आपके प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है। अगर आपको खिड़की से नज़ारा देखना या पूरी तरह झुकने वाली सीट पसंद है, तो शायद ये आपके लिए नहीं। लेकिन अगर आप जल्दी निकलने की सुविधा चाहते हैं, या इस सीट की रोमांचक कहानियों से आकर्षित हैं, तो इसे आज़मा सकते हैं।
एक सलाह : बुकिंग से पहले अपने विमान का सीट मैप ज़रूर चेक करें। हर 11A एक जैसी नहीं होती। कुछ विमानों में आपको थोड़ी-सी खिड़की या ज़्यादा लेग रूम मिल सकता है, तो कहीं ये पूरी तरह बंद-सी जगह हो सकती है।
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Seat 11A अपने आप में एक पहेली है। इसे नापसंद करने वाले यात्री इसके आराम की कमी से परेशान हैं, लेकिन विश्वास कुमार रमेश जैसे लोगों के लिए यही सीट जिंदगी का दूसरा मौका बनी। खिड़की का न होना, ज़िम्मेदारी का बोझ, या ठंडी हवा—11A हर किसी के बस की बात नहीं। फिर भी, अगली बार जब आप सीट चुनें, तो क्या आप 11A पर दांव लगाएंगे? या इसे छोड़ देंगे, सावधानी के लिए? फैसला आपका है, लेकिन एक बात पक्की है—इस सीट की अपनी एक अनोखी कहानी है।