Diwali Calendar 2025 : धनतेरस से दीपावली तक हर दिन का महत्व और शुभ समय

Diwali Calendar 2025
Diwali Calendar 2025 : जैसे ही शरद ऋतु की ठंडी हवाएं बहने लगती हैं, वैसे ही हिंदू संस्कृति का सबसे प्रिय त्योहार दिवाली नजदीक आ जाता है। 2025 में यह पर्व 18 अक्टूबर से शुरू होकर 23 अक्टूबर तक चलेगा, जो पांच दिनों में मनाया जाएगा। यह समय न केवल अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है, बल्कि परिवार के बंधन, समृद्धि और भाई-बहन के प्यार को भी मजबूत करता है। आज हम इस ब्लॉग में Diwali Calendar 2025 की पूरी जानकारी साझा करेंगे – धनतेरस से भाई दूज तक सभी तिथियों, महत्व और शुभ मुहूर्त के साथ। यदि आप पूजा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह गाइड आपके लिए अच्छी साबित होगी।
Diwali Calendar 2025 : धनतेरस से भाई दूज तक का पूरा शेड्यूल
Diwali Calendar 2025 चंद्र तिथियों पर आधारित होता है, इसलिए नई दिल्ली के द्रिक पंचांग के अनुसार यहां सभी पर्वों की तिथियां और मुहूर्त दिए गए हैं। सभी समय भारतीय मानक समय (IST) के अनुसार हैं। ध्यान दें, कुछ क्षेत्रों में मामूली अंतर हो सकता है, इसलिए स्थानीय पंडित से परामर्श लें।
1. धनतेरस: धन और स्वास्थ्य की कामना का दिन
धनतेरस दिवाली की शुरुआत है, जहां भगवान धन्वंतरि और कुबेर की पूजा की जाती है। यह सोना-चांदी या बर्तन खरीदने का शुभ अवसर माना जाता है।
- तिथि: 18 अक्टूबर 2025, शनिवार
- तिथि विवरण: त्रयोदशी तिथि सुबह 9:48 बजे से अगले दिन सुबह 11:21 बजे तक
- शुभ मुहूर्त:
- धनतेरस पूजा: शाम 7:16 बजे से 8:20 बजे तक (समय : 1 घंटा 4 मिनट)
- प्रदोष काल: शाम 6:13 बजे से 9:00 बजे तक
- महत्व: स्वास्थ्य और धन प्राप्ति के लिए विशेष। यम दीपम भी इसी दिन जलाया जाता है।

2. नरक चतुर्दशी : छोटी दिवाली और अभ्यंग स्नान
यह दिन भगवान कृष्ण द्वारा नरकासुर के वध की स्मृति में मनाया जाता है। सुबह अभ्यंग स्नान (तेल-उबटन से स्नान) का विशेष महत्व है।
- तिथि: 19 अक्टूबर 2025, रविवार
- तिथि विवरण: चतुर्दशी तिथि दोपहर 11:21 बजे से 20 अक्टूबर दोपहर 3:44 बजे तक
- शुभ मुहूर्त:
- अभ्यंग स्नान: अगले दिन (20 अक्टूबर) सुबह 5:12 बजे से 6:25 बजे तक
- पूजा मुहूर्त: दोपहर 1:51 बजे से शाम तक
- महत्व: नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति। घरों में दीप जलाकर खुशियां मनाई जाती हैं।
3. दिवाली : लक्ष्मी पूजा और दीयों की रौनक
दिवाली का मुख्य दिन, जब घर-घर दीपक जलाए जाते हैं। माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा से समृद्धि की कामना की जाती है।
- तिथि: 20 अक्टूबर 2025, सोमवार
- तिथि विवरण: अमावस्या तिथि दोपहर 3:44 बजे से 21 अक्टूबर शाम 5:54 बजे तक
- शुभ मुहूर्त:
- लक्ष्मी पूजा: शाम 7:08 बजे से 8:18 बजे तक (समय : 1 घंटा 10 मिनट)
- प्रदोष काल: शाम 5:46 बजे से 8:18 बजे तक
- वृषभ काल: शाम 7:08 बजे से 9:03 बजे तक
- महत्व: अधिकांश स्थानों पर 20 तारीख को ही मनाया जाता है। मिठाइयां बांटना और पटाखे फोड़ना परंपरा का हिस्सा।

4. गोवर्धन पूजा: अन्नकूट और पर्यावरण संरक्षण
भगवान कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की कथा पर आधारित। मंदिरों में 56 या 108 व्यंजनों का प्रसाद चढ़ाया जाता है।
- तिथि: 21 अक्टूबर 2025, मंगलवार (कुछ स्रोतों में 22 अक्टूबर)
- तिथि विवरण: प्रतिपदा तिथि 20 अक्टूबर शाम 5:54 बजे से 22 अक्टूबर शाम 8:43 बजे तक
- शुभ मुहूर्त:
- प्रातःकाल: सुबह 6:26 बजे से 8:42 बजे तक
- सायंकाल: दोपहर 3:29 बजे से शाम 5:44 बजे तक
- महत्व: गोवर्धन पूजा गुजरात में न्यू वर्ष (पाडवा) के रूप में भी मनाई जाती है। प्रकृति संरक्षण का संदेश।
5. भाई दूज: भाई-बहन का अटूट बंधन
यह पर्व यम और यमुना की कथा पर आधारित है। बहनें भाइयों को तिलक लगाती हैं और भाई उपहार देते हैं।
- तिथि: 22 अक्टूबर 2025, बुधवार (कुछ स्रोतों में 23 अक्टूबर)
- तिथि विवरण: द्वितीया तिथि 21 अक्टूबर शाम 8:16 बजे से 23 अक्टूबर रात 10:46 बजे तक
- शुभ मुहूर्त:
- तिलक मुहूर्त (अपराह्न): दोपहर 1:13 बजे से 3:28 बजे तक (समय : 2 घंटे 15 मिनट)
- महत्व: भाई की लंबी आयु की प्रार्थना। साथ भोजन करना शुभ।
पूजा की तैयारी: आवश्यक सामग्री और टिप्स
दिवाली की पूजाओं के लिए कुछ सामान्य चीजें: दीपक, अगरबत्ती, फूल, चंदन, फल-मिठाई, और कमल गट्टा (लक्ष्मी पूजा के लिए)। घर साफ-सुथरा रखें और पर्यावरण-अनुकूल पटाखे चुनें। यदि आप व्यवसायी हैं, तो चोपड़ पूजन भी लक्ष्मी पूजा के साथ करें।
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Diwali Calendar 2025 का दिवाली न केवल उत्सव है, बल्कि जीवन में नई शुरुआत का प्रतीक। इस Diwali Calendar 2025 को फॉलो करके आप अपने परिवार के साथ यादगार पल बिता सकते हैं। दीप जलाएं, प्रेम बांटें, और समृद्धि की कामना करें। आपको और आपके अपनों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं!