Dhanteras 2025 : धन और स्वास्थ्य का संगम – जानें पूजा विधि, कथा और टिप्स

Dhanteras 2025
Dhanteras 2025 : अभी तो अक्टूबर का मिडल चल रहा है, और मन में दीवाली की घंटी बजने लगी है। हाँ, बिल्कुल सही सुना आपने – धनतेरस का दिन जोर-शोर से नजदीक आ रहा है। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में ये त्योहार जैसे एक सांस ताजा हवा का झोंका लगता है। बचपन से याद है, घर में माँ सोने-चाँदी के बर्तन खरीदने की प्लानिंग करतीं, और हम बच्चे दीये जलाने के बहाने मिठाई चखते रहते। हा हा, वही पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं। तो चलिए, इस बार धनतेरस 2025 के बारे में थोड़ा गपशप करते हैं – तारीख, पूजा का मुहूर्त, रस्में-रिवाज, और वो छोटे-छोटे टिप्स जो आपकी इस दीवाली को और भी खास बना देंगे।
धनतेरस कब है? 2025 की डिटेल्स
Dhanteras 2025 में शनिवार, 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा। ये त्रयोदशी तिथि का दिन है, जो दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर अगले दिन दोपहर 1:51 बजे तक चलेगी। मतलब, पूरा 18 अक्टूबर का दिन पूजा-अर्चना के लिए शुभ रहेगा। अगर आप दिल्ली या मुंबई जैसे शहरों में हैं, तो पूजा का मुहूर्त शाम 7:12 बजे से 8:16 बजे तक रहेगा। लेकिन याद रखें, लोकेशन के हिसाब से थोड़ा बदलाव हो सकता है – इसलिए लोकल पंचांग चेक कर लीजिएगा। आज 15 अक्टूबर है, तो अभी तीन दिन बाकी हैं। जल्दी से शॉपिंग लिस्ट तैयार कर लो!

धनतेरस का महत्व: धन और स्वास्थ्य का संगम
धनतेरस को धनत्रयोदशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान धन्वंतरी (आयुर्वेद के देवता) और माँ लक्ष्मी की पूजा की जाती है। कथा तो सुनी ही होगी – समुद्र मंथन के दौरान धन्वंतरी अमृत कलश लेकर प्रकट हुए, इसलिए स्वास्थ्य और धन दोनों का आशीर्वाद मिलता है। एक और मजेदार कथा है यम दीपदान की – कहते हैं, एक ब्राह्मण की बेटी ने यमराज को दीप जलाकर घर से भगाया था। तो इस दिन शाम को मुख्य द्वार पर दीप जलाना न भूलें, इससे अकाल मृत्यु से रक्षा होती है।
मेरी तो राय है, इस साल स्वास्थ्य पर फोकस करें। कोविड के बाद सब सतर्क हैं ना? धन्वंतरी जी को जल चढ़ाकर घर में आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ रख लीजिए – तुलसी का पौधा या नीम की टहनियाँ। और हाँ, धन के लिए सोना-चाँदी खरीदना तो ट्रेडिशन है ही!
पूजा की रस्में: स्टेप बाय स्टेप गाइड
चलिए, सिंपल तरीके से बताती हूँ कैसे करें पूजा:
- सुबह का स्नान-शुद्धिकरण: घर की सफाई करें, स्वास्तिक या रंगोली बनाएँ।
- पूजा सामग्री: फूल, चंदन, धूप, दीपक, मिठाई, और नया बर्तन या सिक्का।
- आरती: शाम को लक्ष्मी-कुबेर की आरती करें। “ओम धन्वंतरी महाविष्णवे…” मंत्र जपें।
- यम दीपम: मुख्य द्वार पर उज्ज्वल दीपक जलाएँ, दक्षिण दिशा की ओर मुंह करके।
- खरीदारी: सोने का सिक्का, चाँदी का बर्तन, या ब्रश-झाड़ू – ये सब शुभ माने जाते हैं। लेकिन बजट में रहें, ओवरस्पेंडिंग न करें!

अगर आप नौकरीपेशा हैं, तो शाम को जल्दी घर पहुँचकर पूजा कर लें। मेरे एक दोस्त ने तो ऑनलाइन गोल्ड खरीदा – स्मार्ट चॉइस!
टिप्स फॉर परफेक्ट Dhanteras 2025
- शॉपिंग अलर्ट : मार्केट में भीड़ होगी, तो सुबह जल्दी जाएँ। ऑनलाइन ऑप्शन भी चेक करें, लेकिन हॉलमार्क्ड ही लें।
- फैमिली टाइम : बच्चों को शामिल करें – उन्हें कथा सुनाएँ, दीये सजवाएँ। ये बॉन्डिंग बढ़ाएगा।
- हेल्थ टिप : पूजा के बाद हल्दी दूध पिएँ – इम्यूनिटी बूस्ट के लिए।
- इको-फ्रेंडली : प्लास्टिक के बजाय मिट्टी के दीये यूज करें। पर्यावरण का भी ख्याल रखें ना!
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Dhanteras 2025 सिर्फ खरीदारी का दिन नहीं, बल्कि नई शुरुआत का है। आशा है ये त्योहार आपके जीवन में ढेर सारी खुशियाँ, स्वास्थ्य और समृद्धि लाए। कमेंट में बताइए, आप क्या खरीदने वाले हो इस बार? शुभ धनतेरस! दीवाली की शुभकामनाएँ।