दरभंगा एयरपोर्ट को इंटरनेशनल एयरपोर्ट का दर्जा देने की मांग, गिरीश कुमार ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र
दरभंगा व उत्तर बिहार में विभिन्न मुदों पर कार्य करने वाली संगठन नोबल कॉज फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ गिरीश कुमार ने नागरिक उड्डयन मंत्री माननीय श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व बिहार के मुख्यमंत्री माननीय श्री नीतीश कुमार से पत्र लिखकर मांग किया है कि दरभंगा एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा दिया जाए और सिंगापुर व दुबई की उड़ान की अनुमति दी जाए। संस्था ने ये भी अनुरोध किया कि मलेशिया व सिंगापुर में काफी भारतीय मूल के लोग रहते हैं जिस वजह से मिथिलांचल में रह रहे कई परिवार के बच्चे पढ़ने व नौकरी करने वहां जाते हैं। इसके अलावा काफी मात्रा में मिथिलांचल के लोग दुबई में भी कार्यरत हैं।इस संदर्भ में नोबल कॉज फाउंडेशन ने दरख्वास्त की , की दरभंगा एयरपोर्ट जो ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पर स्थित है को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा का दर्जा मिलने से दक्षिणी नेपाल के लोग भी काठमांडू न जाकर दरभंगा से हवाई यात्रा करेंगे जिससे मिथिलांचल में रोजगार बढ़ेगा। इस आग्रह पत्र को माननीय मुख्यमंत्री ने तुरंत मुख्य सचिव व दरभंगा डी एम को संज्ञान लेने के लिए प्रेषित किया है। ज्ञातव्य हो कि दरभंगा एयरपोर्ट भारत सरकार के उड़ान स्कीम के तहत पूरे देश में शीर्ष पर है। सीधी हवाई सेवा से न बस इन्हें आवा जाही में सुविधा होगी , इससे विभिन्न तरीकों से नौकरी भी बढ़ेगी । मखाना के निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।
संस्था के अध्यक्ष डॉ गिरीश कुमार ने मुख्यमंत्री जी से आग्रह किया कि यथाशीघ्र दरभंगा एयरपोर्ट के भूमि अधिग्रहण के मामले में सुनवाई की जाए और जल्द से जल्द ये काम पूरा ही जिससे नए टर्मिनल बनाने के काम शुरू हो। हम आपको बता दें कि नोबेल कॉज फाउंडेशन के प्रयासों से अब तक लगभग 2200 विद्यार्थियों को कौशल विकाश का प्रशिक्षण दिया है , 10,000 से ज्यादा पेड़ लगाया और फुटूरिंग स्पोर्ट्स कंपनी के साथ मिलकर लगभग 5000 बच्चों को खेल कूद का प्रशिक्षण दे रहा है।नोबल कॉज फाउंडेशन , के अध्यक्ष डॉ गिरीश कुमार जो दरभंगा के निवासी हैं और उनको समाज सेवा में राष्ट्रीय युवा पुरस्कार से भारत के राष्ट्रपति द्वारा संम्मानित किया जा चुका है।