अमित शाह(Amit Shah) के बयान से नीतीश कुमार के भविष्य पर कयास: क्या बिहार में बीजेपी(BJP) महाराष्ट्र मॉडल दुहराएगी?

 अमित शाह(Amit Shah) के बयान से नीतीश कुमार के भविष्य पर कयास: क्या बिहार में बीजेपी(BJP) महाराष्ट्र मॉडल दुहराएगी?

Amit Shah and Nitish Kumar

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह(Amit Shah) के हालिया बयान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राजनीतिक भविष्य पर तीव्र कयासों को जन्म दिया है। इन बयानों ने सवाल उठाए हैं कि क्या बीजेपी बिहार में महाराष्ट्र जैसी रणनीति दोहरा सकती है, जो संभावित रूप से राजनीतिक पुनर्संयोजन का कारण बन सकती है।

अमित शाह(Amit Shah) का बयान: क्या कहा गया?

बिहार में अमित शाह(Amit Shah) के हालिया भाषण में नीतीश कुमार के लिए एक सूक्ष्म लेकिन तीखा संदेश था। शाह ने कुमार के बार-बार बदलते राजनीतिक गठबंधनों की आलोचना की और उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाया, यह संकेत देते हुए कि उनके एक प्रमुख राजनीतिक खिलाड़ी के रूप में दिन गिने-चुने हो सकते हैं। गृह मंत्री के बयानों ने राज्य की राजनीतिक गतिशीलता को पुनः आकार देने की एक रणनीतिक योजना की ओर इशारा किया।

नीतीश कुमार की राजनीतिक यात्रा: गठबंधनों का इतिहास

नीतीश कुमार, जो जनता दल (यूनाइटेड) [JD(U)] के नेता हैं, सत्ता में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए राजनीतिक गठबंधनों को बदलने के लिए जाने जाते हैं:

  • 2005: कुमार ने बिहार में सरकार बनाने के लिए बीजेपी के साथ गठबंधन किया।
  • 2013: नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी को लेकर मतभेदों के बाद उन्होंने बीजेपी से नाता तोड़ लिया।
  • 2015: लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाकर जुड़े।
  • 2017: बीजेपी नेतृत्व वाले एनडीए में वापसी की।
  • 2022: एनडीए से फिर नाता तोड़कर आरजेडी के साथ संबंध बहाल किए।

इस प्रकार के गठबंधन अक्सर उनकी राजनीतिक स्थिरता और दीर्घकालिक रणनीति पर सवाल खड़े करते हैं।

क्या बीजेपी बिहार में महाराष्ट्र दोहरा सकती है?

महाराष्ट्र का उदाहरण

महाराष्ट्र में, बीजेपी(BJP) ने शिवसेना को विभाजित कर एक राजनीतिक चाल चली और एकनाथ शिंदे के साथ सरकार बनाई, उद्धव ठाकरे को किनारे कर दिया। इस रणनीति ने विपक्षी पार्टियों के भीतर असंतोष का लाभ उठाकर सत्ता हासिल करने में बीजेपी की क्षमता को प्रदर्शित किया।

बिहार का वर्तमान परिदृश्य

बीजेपी(BJP) बिहार में सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी है, और राज्य का राजनीतिक माहौल जेडीयू और आरजेडी गठबंधन के भीतर असंतोष की अटकलों से भरा हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी, महाराष्ट्र की तरह, नीतीश कुमार के गठबंधन में आंतरिक मतभेदों का फायदा उठाकर बढ़त हासिल कर सकती है।

Amit Shah: बिहार में बीजेपी(BJP) के लिए चुनौतियां और अवसर

चुनौतियां

  • बिहार की जाति-आधारित राजनीति एक अनूठी चुनौती पेश करती है। विभिन्न सामाजिक समूहों को जोड़ने वाले नेता के रूप में नीतीश कुमार की छवि अभी भी प्रभावी हो सकती है।
  • महागठबंधन का संयुक्त वोट बैंक मजबूत बना हुआ है, जिससे बीजेपी के लिए सीधे तौर पर महाराष्ट्र रणनीति को दोहराना मुश्किल है।

अवसर

  • जेडीयू और आरजेडी कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ती असंतोष बीजेपी के लिए एक मौका प्रदान करती है।
  • अमित शाह(Amit Shah) की राजनीतिक कुशलता और संगठनात्मक ताकत का उपयोग करके, बीजेपी गठबंधन को भीतर से कमजोर करने की रणनीति तैयार कर सकती है।

नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया: एक राजनीतिक प्रतिकार

नीतीश कुमार ने शाह(Amit Shah) के बयानों को राजनीतिक पैंतरेबाज़ी बताते हुए खारिज कर दिया और शासन और विकास पर अपना ध्यान केंद्रित करने की बात कही। हालांकि, राष्ट्रीय स्तर पर विपक्षी एकता को मजबूत करने के उनके हालिया प्रयासों को बिहार में बीजेपी की संभावित चालों के खिलाफ एक प्रतिकार के रूप में देखा जा सकता है।

आगे क्या?

जैसे-जैसे बिहार 2024 के लोकसभा चुनावों की ओर बढ़ रहा है, राज्य की राजनीतिक गर्मी और बढ़ने की संभावना है। अमित शाह(Amit Shah) का बयान राज्य में बीजेपी(BJP) की अधिक आक्रामक रणनीति की शुरुआत भर हो सकता है। बिहार की राजनीतिक संरचना की जटिलताओं को नेविगेट करने की बीजेपी की क्षमता पर निर्भर करेगा कि महाराष्ट्र मॉडल को यहां दोहराया जा सकता है या नहीं।

Also Read This: BPSC Exam : बापू परीक्षा केंद्र पर हुए हंगामे पर DM  की रिपोर्ट

नीतीश कुमार के भविष्य को लेकर की जा रही अटकलें भारतीय राजनीति की अस्थिरता को दर्शाती हैं। फिलहाल, सभी की नजरें बिहार पर टिकी हैं, जहां बीजेपी(BJP) के अगले कदम न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय राजनीतिक परिदृश्य के लिए भी दूरगामी प्रभाव डाल सकते हैं।

Nimmi Chaudhary

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *

Bhool bhulaiyaa 3 Teaser and Trailer सावित्रीबाई फुले(Savitribai Phule) महिलाओं को प्रगति के मार्ग पर लाने वाली एक मजबूत सोच