Mahakumbh 2025 : संगम में आस्था का सैलाब और प्रशासन की सराहनीय व्यवस्था
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Mahakumbh 2025
Mahakumbh 2025
श्रद्धालुओं ने कहा कि उनका अनुभव अच्छा रहा और प्रशासन ने उनके लिए उचित प्रबंध किए हैं। मकर संक्रांति के दिन संगम में श्रद्धालुओं का पोंटून पुल से गुजरना 14 जनवरी, 2025 हिंदू श्रद्धालु उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति के दिन गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के संगम स्थल पर पोंटून पुल से गुजरते नजर आए।
हाड़ कंपा देने वाली ठंड में भी श्रद्धालुओं का जोश
15 जनवरी, 2025 को बुधवार के दिन Mahakumbh 2025 में त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के लिए श्रद्धालु उत्साह और ऊर्जा से भरे हुए नजर आए।
‘हर हर महादेव’, ‘जय श्री राम’ और ‘जय गंगा मैय्या’ के जयकारों के बीच श्रद्धालुओं ने ठंडे पानी में डुबकी लगाई।
Mahakumbh 2025 : पहली बार संगम में स्नान का अनुभव
बस्ती जिले के निवासी 62 वर्षीय निबर चौधरी ने कहा, “यह पहली बार था जब मैंने संगम में डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद मैं ताजगी महसूस कर रहा हूं।”
चौधरी को संगम क्षेत्र तक ले जाने के लिए दो लोगों ने उनका साथ दिया।
श्रद्धालुओं ने व्यवस्था को सराहा
- शिवराम वर्मा: चौधरी के साथ आए शिवराम वर्मा ने अनुभव को अच्छा बताया और कहा कि प्रशासन ने यहां श्रद्धालुओं के लिए उचित प्रबंध किए हैं।
- नैंसी (लखनऊ निवासी): पहली बार महाकुंभ में आईं नैंसी ने कहा, “महाकुंभ में मेरा अनुभव अब तक अच्छा रहा है।”
- अभिषेक (फतेहपुर निवासी): उन्होंने कहा, “कुल मिलाकर अनुभव अच्छा रहा और मुझे कोई समस्या नहीं हुई।”
- विजय कथेरिया (कानपुर निवासी): उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा, “मेरा अनुभव अच्छा रहा। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए उचित प्रबंध किए गए थे और पर्याप्त पुलिस बल तैनात था।”
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अमृत स्नान और नागा साधुओं का प्रदर्शन
मंगलवार को विभिन्न अखाड़ों से जुड़े साधुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर Mahakumbh 2025 में पहला अमृत स्नान किया।
आंकड़े: मकर संक्रांति के दिन लगभग 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में स्नान किया।
नागा साधु:
- भस्म-लेपित नागा साधुओं ने पारंपरिक हथियारों के कौशल का प्रदर्शन किया।
- भाले और तलवार चलाने से लेकर ‘डमरू’ बजाने तक, उनका प्रदर्शन प्राचीन परंपराओं का जीवंत उत्सव था।
- पुरुष नागा साधुओं के अलावा बड़ी संख्या में महिला नागा साध्वियां भी उपस्थित थीं।
144 वर्षों बाद विशेष संयोग में हो रहा महाकुंभ
Mahakumbh 2025 का वर्तमान संस्करण 12 वर्षों के बाद आयोजित किया जा रहा है, लेकिन संतों का कहना है कि इस बार ग्रहों की विशेष स्थिति 144 वर्षों बाद बन रही है, जिससे यह आयोजन और भी शुभ हो गया है।
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महाकुंभ का यह महापर्व 26 फरवरी तक चलेगा।