Paatal Lok 2: बेहतरीन क्राइम थ्रिलर या एक अधूरी कहानी?

Paatal Lok 2
Paatal Lok 2
अमेज़न प्राइम वीडियो की यह वेब सीरीज़, जिसे भारत में बनी सबसे बेहतरीन वेब शोज़ में गिना जाता है, पहले सीजन में एक न्यूज चैनल के एडिटर-इन-चीफ की हत्या की साजिश उजागर करने से शुरू हुई थी। लेकिन Paatal Lok 2 की शुरुआत एक भयानक हत्या के साथ होती है। यह केवल एकमात्र बदलाव नहीं है, बल्कि पूरा सीजन एक अलग ही दुनिया में स्थापित किया गया है।
Paatal Lok : एक नई दुनिया में स्थापित कहानी
इंस्पेक्टर हाथी राम चौधरी (जयदीप अहलावत), जो अब भी आउटर यमुना पार पुलिस स्टेशन में तैनात हैं, और अब एसीपी बने इमरान अंसारी (ईश्वक सिंह) एक हाई-प्रोफाइल नागालैंड के व्यापारी-राजनीतिज्ञ की हत्या की जांच में उतरते हैं। यह मामला न केवल अपराधी को पकड़ने का है, बल्कि उस समाज और संस्कृति को समझने का भी है जिससे वे अब तक अंजान थे।
एक खतरनाक और जटिल मामला
एसीपी अंसारी, हाथी राम को इस केस में शामिल करते हैं क्योंकि उनके द्वारा देखी जा रही एक गुमशुदगी की रिपोर्ट इस हत्या की जांच से जुड़ी हुई लगती है। जैसे ही वे दीमापुर पहुंचते हैं, उन्हें कई ऐसी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है जो उनके करियर की सबसे कठिन परीक्षा बन जाती हैं।
निर्माता और लेखक की कुशलता
निर्माता सुदीप शर्मा और निर्देशक-छायाकार अविनाश अरुण धावरे, सह-लेखक अभिषेक बनर्जी, राहुल कनोजिया और तमाल सेन के साथ मिलकर इस कहानी को एक तेज़-तर्रार पुलिस इन्वेस्टिगेशन ड्रामा में बदल देते हैं, जिसमें नागालैंड और उसके सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने की गहरी झलक मिलती है।

नागालैंड में हत्या और राजनीतिक साजिश
जोनाथन थॉम (कगुईरोंग गोनमेई), जो नागालैंड डेमोक्रेटिक फोरम के संस्थापक हैं, उनकी हत्या से कई ऐसे सवाल उठते हैं जो बंद दरवाजों के पीछे तैयार किए गए विकास के टेढ़े-मेढ़े मॉडल और उनके प्रभावों की ओर इशारा करते हैं।
पुराने किरदारों की वापसी, नए चेहरों का प्रवेश
हाथी राम और अंसारी के अलावा, कुछ पुराने पात्र भी कहानी में शामिल हैं:
- रेणु (गुल पनाग) – हाथी राम की पत्नी, जो अब एक अनाथ 5 साल के बच्चे की देखभाल कर रही हैं।
- वीरक (अनुराग अरोड़ा) – अब नारकोटिक्स सेल में तैनात, जो पहले हाथी राम के SHO थे।
- एसपी मेघना बरुआ (तिलोत्तमा शोम) – कोहिमा की पुलिस अधीक्षक, जिनका किरदार कहानी में बड़ा बदलाव लाता है।
पहले सीजन से अलग एक नई दिशा
इस बार कहानी न केवल दिल्ली से दूर उत्तर-पूर्व के नागालैंड में सेट की गई है, बल्कि इसकी भावनात्मक और सांस्कृतिक परतें भी अलग हैं।
किरदारों की गहरी परतें
शो में महिला पात्रों को भी दमदार तरीके से दिखाया गया है, जिनमें शामिल हैं:
- रोज़ लिज़ो (मेरेंला इनसोंग) – जो नशे की लत, शोषण और जटिल रिश्तों में फंसी हुई है।
- आसेनला थॉम (रोज़ेल मेरो) – जोनाथन थॉम की पत्नी, जो अपने ही विचारों से संघर्ष कर रही है।
- ग्रेस रेड्डी (थेयिए केडित्सु) – एक राजनीतिक सलाहकार की पत्नी, जो सत्ता के खेल में फंसी हुई है।
- एस्तेर शिपोंग (मेंगु सुवोख्रिए) – एक पुनर्वास केंद्र की सुपरवाइजर, जो अपने ही संघर्षों में उलझी है।

नागालैंड की राजनीतिक और सामाजिक बैकग्राउंड
इस बार कहानी में विशेष सलाहकार कपिल रेड्डी (नागेश कुकुनूर) जैसे किरदार भी हैं, जो हैदराबाद से आकर नागालैंड में सत्ता के खेल में शामिल हो गए हैं।
- रूबेन थॉम (LC सेखोसे) – जोनाथन का बेटा, जो गुस्से से भरा हुआ है और हिंसा की ओर बढ़ रहा है।
- एक रहस्यमयी स्नाइपर (प्रशांत तामांग) – जो अपने दुश्मनों से बदला लेना चाहता है।
- रोंगथोंग केन (जाह्नू बरुआ) – एक बीमार बुजुर्ग, जो दिल्ली में होने वाले बिजनेस समिट को हर हाल में सफल बनाना चाहता है।
समाज का एक कड़वा सच
कहानी सत्ता, लालच और नैतिकता के झूठे दिखावे की परतें खोलती है। दिल्ली और कोहिमा में मौजूद ड्रग डीलर्स, हवाला ऑपरेटर्स, अपराधी और प्रवासी मजदूरों के जरिए समाज का एक अलग पहलू सामने आता है।
कनेक्टेड केस, इमोशनल असर
हाथी राम और अंसारी दो अलग-अलग मामलों से जुड़े हैं – एक नागा नेता की हत्या और एक बिहारी प्रवासी की गुमशुदगी। इन मामलों को हल करना कठिन होता जा रहा है और यह हाथी राम के निजी जीवन को भी प्रभावित करता है।
अभिनय: जयदीप अहलावत का दमदार प्रदर्शन
जयदीप अहलावत ने हाथी राम चौधरी के किरदार में पूरी तरह से खुद को समा लिया है, जिससे अभिनेता और किरदार को अलग करना नामुमकिन हो जाता है।
- ईश्वक सिंह – एक बार फिर शानदार प्रदर्शन करते हैं।
- तिलोत्तमा शोम – उनका किरदार थोड़ा सीमित है, लेकिन वह अपने अभिनय से प्रभाव छोड़ती हैं।

नॉर्थईस्ट के कलाकारों की प्रभावशाली उपस्थिति
paatal lok 2 शो की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें नॉर्थईस्ट के स्थानीय कलाकारों को शामिल किया गया है, जिससे इसमें विविधता और असलीपन देखने को मिलता है। हिंदी, असमिया, नागामीज़ और अंग्रेजी के मिश्रण से संवाद और कहानी और अधिक प्रभावशाली बन जाते हैं।
क्या यह सीजन 1 जितना दमदार है?
Paatal Lok सीजन 1 ने बहुत ऊँचा स्तर स्थापित किया था, और इस नए सीजन में हर छोटे से छोटे तत्व को उसी स्तर तक ले जाने की कोशिश की गई है।
हालांकि, यह सीजन पहले की तरह सामाजिक और राजनीतिक गहराई में पूरी तरह नहीं उतरता, लेकिन फिर भी यह एक बेहतरीन क्राइम थ्रिलर के रूप में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब होता है।
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क्या देखना चाहिए?
Paatal Lok 2 अगर आप एक गहरी, वास्तविक और दमदार कहानी देखना चाहते हैं, जो नॉर्थईस्ट की अनकही कहानियों को इमानदारी और संवेदनशीलता के साथ पेश करती है, तो Paatal Lok 2 निश्चित रूप से देखने लायक है!