Diwali 2023: दिवाली पर्व का महत्व, विधि विधान और कब मनाई जाएगी, जानिए पूरी डिटेल
Diwali 2023: दिवाली हिंदू धर्म का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार हर साल कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। दिवाली को दीपावली, दीपोत्सव, या धनतेरस के नाम से भी जाना जाता है। यह साल भर का सबसे बड़ा त्यौहार होता है। दिवाली आने से पहले ही लोग अपने घरों की साफ सफाई, साज सजावट और खरीदारी में जुट जाते हैं। दिवाली के लिए देशभर में अलग ही उत्साह और उल्लास देखने को मिलता है।
दिवाली का महत्व
दिवाली को प्रकाश का पर्व माना जाता है। इस दिन लोग अपने घरों को रंग-बिरंगे रोशनी से सजाते हैं और दीपक जलाते हैं। दिवाली का पर्व अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। इस दिन लोग अपने घरों की साफ-सफाई करते हैं और नए सामान खरीदते हैं। दिवाली को धन-धान्य, सुख-समृद्धि और खुशियों का प्रतीक माना जाता है।
दिवाली की पूजा विधि
दिवाली के दिन सुबह-सुबह उठकर स्नान कर लें। फिर घर की साफ-सफाई करें और दीपक जलाएं। इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा करें। पूजा में रोली, चंदन, अक्षत, फूल, माला, घी का दीपक, मिठाई और दक्षिणा अर्पित करें। पूजा के बाद आरती करें।
दिवाली की पूजा सामग्री
- रोली
- चंदन
- अक्षत
- फूल
- माला
- घी का दीपक
- मिठाई
- दक्षिणा
दिवाली की तारीख 2023
2023 में दिवाली 12 नवंबर, रविवार को मनाई जाएगी। इस दिन शाम को 5:38 बजे से लेकर 7:35 बजे तक लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
दिवाली के दिन कुछ महत्वपूर्ण बातें
- दिवाली के दिन अपने घर के दरवाजे और खिड़कियों पर रोली और चंदन से स्वास्तिक बनाएं।
- दिवाली के दिन नए कपड़े पहनें और अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताएं।
- दिवाली के दिन जरूरतमंदों को दान करें।
दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाता है और खुशियां बांटने का अवसर देता है। यह त्योहार हमें अंधकार पर प्रकाश की विजय का संदेश देता है।