55वीं GST परिषद बैठक: छोटे व्यवसायों के लिए सरल पंजीकरण प्रक्रिया की घोषणा
55वीं GST परिषद बैठक का आयोजन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण(FM Nirmala Sitharaman) की अध्यक्षता में जैसलमेर, राजस्थान में किया गया। इस बैठक में कई कर दरों में बदलाव और registration प्रक्रिया को सरल बनाने के निर्णय लिए गए, लेकिन बीमा उत्पादों पर GST संरचना से जुड़े मुद्दों पर चर्चा को स्थगित कर दिया गया।
बीमा उत्पादों पर GST
FM Nirmala Sitharaman ने कहा, “स्वास्थ्य बीमा पर GST निर्णय को समूह मंत्रियों (GoM) की और अधिक चर्चा की आवश्यकता है। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि इस विषय पर निर्णय लेने में समय लगेगा।”
छोटे व्यवसायों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया
GST परिषद ने छोटे व्यवसायों के लिए नई पंजीकरण प्रक्रिया को मंजूरी दी। वित्त मंत्री ने कहा, “छोटे व्यवसायों को पंजीकरण में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। एक नई पंजीकरण प्रक्रिया का मसौदा तैयार किया गया है और इसे मंजूरी मिल गई है। इससे पंजीकरण प्रक्रिया सुगम होगी।”
खाद्य आपूर्ति और ई-कॉमर्स पर GST
वित्त मंत्री ने कहा, “ई-कॉमर्स के माध्यम से खाद्य आपूर्ति पर GST को लेकर चर्चा हुई, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसे आगे के लिए टाल दिया गया है।”
एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) पर GST
ATF को GST के दायरे में लाने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया गया। निर्मला सीतारमण ने कहा, “राज्यों ने इसे लेकर असहमति व्यक्त की और यह वर्तमान स्थिति में ही रहेगा।”
GST दरों में बदलाव
- पॉपकॉर्न पर कराधान:
- नमकीन और मसालेदार पॉपकॉर्न (बिना पैकेट वाले): 5% GST।
- पूर्व-पैकेट बंद पॉपकॉर्न: 12% GST।
- कैरामेलाइज्ड पॉपकॉर्न: 18% GST।
- फोर्टिफाइड चावल:
- GST दर को 18% से घटाकर 5% किया गया।
- AAC ब्लॉक:
- 50% से अधिक फ्लाई ऐश वाले AAC ब्लॉक पर GST दर 18% से घटाकर 12% की गई।
- पुराने वाहनों और EVs पर GST:
- पुराने और उपयोग किए गए वाहनों, विशेषकर पेट्रोल/डीजल और इलेक्ट्रिक वाहनों पर GST दर 12% से बढ़ाकर 18% कर दी गई।
Also Read This: eCommerce Business : ई-कॉमर्स बिज़नेस में सफलता के राज़, रणनीति और प्रबंधन के टिप्स
अन्य घोषणाएँ
- काली मिर्च और किशमिश: कृषि क्षेत्र से सप्लाई होने पर GST से मुक्त।
- जीन थेरेपी: पूरी तरह से GST से छूट।
- बैंकों द्वारा लगाए गए दंड शुल्क: GST लागू नहीं होगा।
प्रतिक्रिया और भविष्य की योजनाएँ
पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने कहा, “GST का उद्देश्य सादगी लाना था, लेकिन यह जटिलता और अमान्यता की ओर बढ़ रहा है।”