પ્રાચીન પ્રાંતિજને વિદાય આપી મહાશ્રમણજી મહુડી પધારશે

 પ્રાચીન પ્રાંતિજને વિદાય આપી મહાશ્રમણજી મહુડી પધારશે

નીરવ જોશી, હિંમતનગર (M-7838880134)

*02.03.2023, गुरुवार, प्रान्तीज, साबरकांठा (गुजरात) :*

તેરાપંથ સંપ્રદાયના પ્રમુખ અને મહાન આચાર્ય મહાશ્રમણજી હાલ ગુજરાતના પ્રવાસે છે અને ગુજરાતના સાબરકાંઠા ખાતે અલગ અલગ વિસ્તારોમાં વિચરણ કરી રહ્યા છે.

ત્યારે ગઈકાલે એટલે કે ગુરુવારના રોજ તેઓ પ્રાચીન શહેર પ્રાંતિજ ખાતે પહોંચ્યા હતા. પ્રાંતિજમાં તેમને એક દિવસનો રોકાણ કરી અને ખૂબ જ સરસ રીતે પ્રાંતિજના તેરાપંથી અને અધ્યાત્મ પ્રેમીઓને પ્રવચન કર્યું હતું અને એક યાદગાર અધ્યાત્મનો કાર્યક્રમ કર્યો હતો…આ કાર્યક્રમમાં પ્રાંતિજના સ્થાનિક રાજકારણીઓ તેમજ અગ્રણીઓ અને અન્ય ધર્મના લોકો પણ જોડાયા હતા. આમ કાર્યક્રમમાં અધ્યાત્મની અને યોગ તેમજ ધર્મના સાચા હાર્દની ચર્ચા થઈ હતી અને અધ્યાત્મિક મૂલ્યો પર જીવન જીવવાની શીખ મહાસમણએ પ્રાંતિજ વાસીઓને આપી હતી.

 

આજે પ્રાંતિજ થી મહાશ્રમણજી વિચરણ કરીને મહુડી ખાતે પહોંચશે અને મહુડી ખાતે એક દિવસનો વિરામ કરશે. મહુડી એ જૈન ધર્મના તેમજ અન્ય ધર્મના લોકોમાં ખૂબ જ લોકપ્રિય તીર્થંકર ને સમર્પિત અને લોકરક્ષક દેવતા એવા ઘંટાકર્ણ મહાવીર નું જૈન તીર્થ આવેલું છે…આ સુપ્રસિદ્ધ – વિશ્વમાં જાણીતું તીર્થની મુલાકાત લઈને મહાસમણજી મહુડી તીર્થને પણ પવિત્ર કરશે. ત્યાં પણ આ જ પ્રમાણે કાર્યક્રમ થશે.

🌸 *क्षमा रूपी खड्ग के सामने नहीं टिकते दुर्जन : शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमण* 🌸

*-गतिमान ज्योतिचरण पहुंचे प्रान्तीज, श्रद्धालुओं का उमड़ा हुजूम*

*-महातपस्वी की अभिवंदना में पहुंचे विधायक, सांसद और पूर्व मंत्री*

*-क्षमाशील बनने को आचार्यश्री ने दी प्रेरणा, भक्तों ने अपनी भावनाओं को किया अभिव्यक्त*

उत्तर गुजरात में अणुव्रत यात्रा कर रहे जैन श्वेताम्बर तेरापंथ धर्मसंघ के ग्यारहवें अणुव्रत अनुशास्ता, महातपस्वी, युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी अपनी धवल सेना संग गुरुवार को प्रान्तीज में पधारे। पहली बार अपने आराध्य को अपने नगर में पाकर प्रान्तीज के श्रद्धालु भावविभोर नजर आ रहे थे। प्रान्तीज का कण-कण ज्योतिचरण का स्पर्श कर स्वयं को मानों धन्य कर रहा था। भव्य स्वागत जुलूस में उमड़े श्रद्धालुओं द्वारा किया जा रहा जयघोष उनके उल्लास, उत्साह और आनंद को दर्शा रहा था। मार्ग में उपस्थित श्रद्धालुओं पर आशीषवृष्टि करते हुए शांतिदूत आचार्यश्री महाश्रमणजी प्रान्तीज में स्थित सेठ पी एण्ड आर हाईस्कूल के प्रांगण में पधारे।

गुरुवार को प्रातः की मंगल बेला में सलाल से जैन श्वेताम्बर तेरापंथ के वर्तमान अनुशास्ता आचार्यश्री महाश्रमणजी की गतिमान हुए। सलालवासियों को मंगल आशीष प्रदान कर आचार्यश्री आगे की ओर गतिमान हुए। राष्ट्रीय राजमार्ग पर गतिमान आचार्यश्री की धवल सेना को देखकर ऐसा लग रहा मानों कोई अध्यात्म की नदी की धवल धारा आज राजमार्ग पर प्रवाहित हो रही हो। राजमार्ग के दोनों ओर कहीं मकान तो कहीं खेत नजर आ रहे थे। उन खेतों दलहन, तेलहन, गेहूं आदि के फसलों के साथ कहीं-कहीं अरण्डी की खेती और अनेक प्रकार के साग-सब्जियों की खेती भी दिखाई दे रही थी। उन खेतों में श्रम कर रहे किसानों को भी महाश्रमशील आचार्यश्री महाश्रमणजी के दर्शन करने और आशीष प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा था। लगभग आठ किलोमीटर का विहार कर आचार्यश्री प्रान्तीज में निर्धारित प्रवास हेतु सेठ पी एण्ड आर हाईस्कूल के प्रांगण में पधारे।

आचार्यश्री के मंगल प्रवचन से पूर्व साध्वीप्रमुखा साध्वी विश्रुतविभाजी ने जनता को उद्बोधित किया। उपस्थित को जनता को युगप्रधान आचार्यश्री महाश्रमणजी ने पावन प्रेरणा प्रदान करते हुए कहा कि आदमी अपनी चेतना की निर्मलता और आत्मा की शांति के लिए क्षमा रूपी धर्म को धारण करने का प्रयास करे। क्षमा का भाव हो तो चित्त प्रसन्न और जीवन में शांति रह सकती है। किसी भी प्रकार की विपरित परिस्थति में भी क्षमा को धारण कर लिया जाए तो जीवन अच्छा हो सकता है। कहा गया है कि कम खाओ, स्वस्थ रहो, गम खाओ, मस्त रहो और नम जाओ, प्रशस्त रहो।

जो आदमी अपने जीवन में क्षमा रूपी खड्ग को धारण कर लेता है, दुर्जन भी उसका व्यक्ति का कुछ नहीं बिगाड़ सकते। प्रतिकूल परिस्थितियों और कठिनाइयों को सहन करने की क्षमता का विकास हो, ऐसा प्रयास करना चाहिए। क्षमा और सहिष्णुता तो साधु के जीवन में तो होता ही है, गृहस्थ के जीवन में भी सहिष्णुता और क्षमाशीलता का विकास हो जाए, तो समस्त प्रकार के फसादों से बचाव हो सकता है। आचार्यश्री प्रान्तीजवासियों को अपने जीवन में सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्ति की चेतना को पुष्ट बनाए रखने का मंगल आशीर्वाद भी प्रदान किया।

आचार्यश्री के अभिनंदन में पहुंचे साबरकांठा के सांसद श्री दीप सिंह राठौड़, पूर्व सांसद व गुजरात सरकार के पूर्व मंत्री श्री जयसिंह चाह्वाण व स्थानीय पूर्व विधायक श्री महेन्द्रसिंह बाड़ेया ने आचार्यश्री के स्वागत में अपने भावनाओं को अभिव्यक्ति दी और आचार्यश्री से मंगल मार्गदर्शन भी प्राप्त किया। स्थानीय तेरापंथ समाज प्रान्तीज के अध्यक्ष श्री भैरू भाई बाबेल, श्री जयदीप बाबेल, श्री प्रकाश चोरड़िया, मोंटू, श्वेताम्बर संघ के श्री भरत भाई ने अपनी आस्थासिक्त अभिव्यक्ति दी। स्थानीय ज्ञानशाला के ज्ञानार्थियों ने अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति दी। तेरापंथ युवक परिषद व तेरापंथ महिला मण्डल तथा कन्या मण्डल ने पृथक्-पृथक् स्वागत गीत का संगान किया।

 

*यूट्यूब पर Terapanth चैनल को सब्सक्राइब करें*
https://www.youtube.com/c/terapanth

*यूट्यूब पर आज का वीडियो ऑनलाइन देखने के लिए नीचे दिये गए लिंक पर क्लिक करें*
https://www.youtube.com/live/XWiTUY337Tg?feature=share

*फेसबुक पेज पर प्रतिदिन न्यूज़ पढ़ने के लिए पीछे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और पेज को लाइक करे, फॉलो करें।*

*तेरापंथ*
https://www.facebook.com/jain.terapanth/

🙏 *संप्रसारक*🙏

*जैन श्वेताम्बर तेरापंथी महासभा*

आचार्यश्री महाश्रमण जी एवं तेरापंथ धर्मसंघ आदि के नवीनतम समाचार पाने के लिए–♦ 7044774444 पर join एवं अपने शहर का नाम लिखकर whatsapp करें।

Leave a Reply

તમારું ઇમેઇલ સરનામું પ્રકાશિત કરવામાં આવશે નહીં. જરૂરી ક્ષેત્રો ચિહ્નિત થયેલ છે *

Bhool bhulaiyaa 3 Teaser and Trailer सावित्रीबाई फुले(Savitribai Phule) महिलाओं को प्रगति के मार्ग पर लाने वाली एक मजबूत सोच