JPC: JPC की बैठक में खड़गे पर वक्फ जमीन विवाद, विपक्षी सांसदों का वाकआउट
नई दिल्ली में आयोजित JPC (संयुक्त संसदीय समिति) की बैठक उसे वक्त चर्चा का केंद्र बन गए जब वरिष्ठ कांग्रेस नेता और राज्यसभा के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे पर वक्त की जमीन हड़पने के आरोप लगाया गया इस विवाद ने बैठक का माहौल गर्मा दिया और विपक्षी दलों के नेता नाराज होकर बैठक से वाकआउट कर दिया इस घटनाक्रम ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया है।
विपक्षी दलों की सांसदों के सफल बिल पर बनी जेपीसी की बैठक के वॉक आउट किया जिसमें उन्होंने आरोप लगे की बैठक में व्यक्तिगत आरोप लगाए जा रहे थे मैं विपक्षी सांसदों का कहना है कि कर्नाटक अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष अनवर मणिपेडी के समिति के सामने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ बी बुनियाद आप पेश किए गए।
JPC: क्या है वक्फ जमीन विवाद?
वक्फ संपत्ति आमतौर पर धार्मिक या समाजसेवी उद्देश्यों के लिए मुसलमान द्वारा दी गई जमीन होती है, जो वक्फ बोर्ड के तहत संरक्षित और प्रबंध किया जाता है यह संपत्ति इस्लामी कानून के अंतर्गत आता है और इसका दुरुपयोग या हस्तांतरण कानून अपराध माना जाताहै।
बैठक के दौरान खड़गे पर वक्फ संपत्ति के अनुचित अधिग्रहण का आरोप लगाया गया जिससे इस मुद्दे ने राजनीतिक रूप से दूर पकड़ लिया, विपक्ष का रुपया है कि खड़गे ने अपने राजनीतिक प्रभाव का दुरुपयोग करते हुए वक्फ बोर्ड की जमीन अपने का प्रयास किया है, हालांकि खड़गे और कांग्रेस ने इन आरोपों को सर से खारिज किया है।
JPC: विपक्षी दलों का वाकआउट
जैसे ही खड़गे पर वक्त जमीन से संबंधित आरोप लगाया गया तो विपक्षी दलों के सांसदों ने इनका कड़ा विरोध किया और उनका कहना यह है कि आरोपी का उद्देश्य खड़के की छवि को खराब करना है और उनके राजनीतिक रूप से नुकसान पहुंचाना है इस मुद्दे पर जोरदार बहस हुई और उसके बाद भी 25 सांसद अपने विरोध स्वरूप बैठक से वाकआउट कर दिया।
मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया
खड़गे ने इस आरोपी को बी बुनियाद और राजनीतिक साजिश बताया है उन्होंने कहा है कि वह दशकों से सार्वजनिक जीवन में है, और उनका दामन साफ है करके ने आरोप लगाने वालों को चुनौती देते हुए कहा है कि अगर तुम इसके खिलाफ कोई सबूत है तो उसे सार्वजनिक किया जाए उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मुद्दे पर कानून तौर से चुनौती देना चाहेंगे और इस पर विचार कर रहे हैं कि ताकि उन पर आरोप लगाने वाले का पर्दाफाश किया जा सके।
इस मामले में मीडिया और जनता का भी ध्यान आकर्षित किया है कुछ लोगों का आप तो गंभीर मानते हैं इसकी जांच की मांग कर रहे हैं जबकि कुछ इस राजनीतिक से प्रेरित मानते हैं, सोशल मीडिया पर यह कुछ मुद्दे को लेकर कई तरह की प्रतिक्रिया आ रही है कुछ लोग खड़गे के समर्थन में और कुछ लोग के लाभ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।